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कॅरियर रिपोर्ट - आपके कॅरियर के लिए मार्गदर्शिका - 6 महीना

देवदत्त

1995-01-01 14:51

नांदेड़

सूची

सूची Title
1 आपके प्रश्न का उत्तर
2 जनवरी से जून
3 जुलाई से दिसंबर
4 व्यक्तिगत उपचारात्मक समाधान (Remedial Solution)
5 जन्म विवरण एवं कुण्डली
A. जन्म संबंधी जानकारी (Birth Particulars)
B. जन्म कुंडली (Birth Chart)
C. चंद्र कुंडली (Moon Chart)
D. नवांश कुंडली (Navamsha Chart)
E. विम्शोत्तरी महादशा और अंतरदशा तालिका (Vimshottari Mahadasha and Antardashas Table)

आपके प्रश्न का उत्तर

प्रिय देवदत्त, आपकी जन्म कुंडली, नवांश सहित विभाजन कुंडलियाँ, दशा–भुक्ति तथा ग्रह गोचर का गहन अध्ययन करने के बाद मुझे लगता है कि 2026 में आपके पेशेवर जीवन में सुधार हेतु कार्य के पैटर्न और मूलभूत तरीकों में कुछ बदलाव करने से आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। नीचे वे सुझाव दिए गए हैं। कृपया ध्यान से पढ़ें। यदि आपके करियर को लेकर कोई विशेष प्रश्न हों, तो आप हमें ईमेल के माध्यम से लिख सकते हैं।

उपाय जिन्हें अपनाना चाहिए:
आपको प्रतिदिन “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र 11 बार तथा प्रत्येक बुधवार को 21 बार भगवान गणेश की प्रतिमा या तस्वीर के सामने जपना चाहिए।आपको अपने वर्तमान रहने के स्थान पर संध्या के समय जब भी आपके व्यस्त समय से अवसर मिले, तेल का दीपक जलाना चाहिए।आपको प्रतिदिन उदय होते सूर्य को अंजलि अर्पित करते हुए गायत्री मंत्र का 7 बार तथा रविवार को 11 बार जप करना चाहिए।

जनवरी से जून 2026

इस समय आपके करियर में गति थोड़ी धीमी महसूस हो सकती है और ऐसा लगेगा कि आपके प्रयास आपको उसी प्रकार का फल नहीं दे रहे हैं। 28 अप्रैल 2026 तक समय आपसे कुछ समझौता करने की मांग करता है, इसलिए धैर्य रखें और कार्यक्षेत्र की परिस्थितियों को स्वीकार करने में लचीलापन अपनाएँ ताकि आपके प्रयासों का फल आपको प्राप्त हो सके। ग्रहस्थिति के अनुसार आप सिद्धांतवादी व्यक्ति हैं, जिन नियमों को आप स्वयं तय करते हैं, उनसे समझौता करना आपके लिए कठिन होता है, और यही बात आपके करियर व परिणामों को प्रभावित कर रही है। भाग्य भी इस समय आपका साथ नहीं दे रहा है, जिससे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तालमेल में चुनौतियाँ बन रही हैं। इन्हें भी लचीलेपन से संभालने की आवश्यकता होगी। स्थिति से निपटने के लिए गायत्री मंत्र का जप प्रारंभ कर देना चाहिए।

आपकी कुंडली में आपका दशमेश (10वाँ स्वामी) छठे भाव में चौथे और पंचमेश के साथ स्थित है। एक ओर यह राजयोग बना रहा है पर दूसरी ओर पंचमेश और दशमेश दोनों के दग्ध (combust) होने के कारण करियर प्रभावित हो रहा है। 23 अप्रैल 2026 से बृहस्पति आपके चंद्र राशि से चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा, जो नौकरी में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। यदि 10 अगस्त 2026 से पहले किसी नौकरी परिवर्तन का अवसर मिले, तो स्वीकार करने से पहले अच्छी तरह विश्लेषण अवश्य करें।

जुलाई से दिसंबर 2026

यह समय सकारात्मक संकेत देता है क्योंकि बृहस्पति का गोचर और बृहस्पति की दशा, दोनों मिलकर आपके पेशेवर जीवन में परिवर्तन लाएँगे। या तो आप स्वयं नौकरी में बदलाव करेंगे या स्थानांतरण की संभावना बनेगी। ग्रह आपको अपनी क्षमताएँ प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करेंगे। परंतु किसी भी स्थिति में गायत्री मंत्र का जप करना न भूलें।

आप टीमवर्क में विश्वास रखते हैं और आसपास के लोगों से व्यक्तिगत तालमेल बनाने की विशेष क्षमता रखते हैं। जटिल परिस्थितियों में भी अपने लिए मार्ग निकालने में आप निपुण हैं। इसके विपरीत, आप दूसरों के लिए आवाज उठाने से खुद को रोक नहीं पाते, लेकिन आपको ध्यान रखना चाहिए कि हर व्यक्ति अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम होता है। एक फलदायी करियर के लिए आपको इस आदत को छोड़ना आवश्यक है। इस वर्ष विशेष रूप से इसकी आवश्यकता है। अपना आत्मविश्वास ऊँचा रखें और किसी भी स्थिति में कमजोर न पड़ें।

इन सबके बावजूद, कभी-कभी आप हठी स्वभाव प्रदर्शित करते हैं और एकाकीपन की भावना विकसित करते हैं, जो आपकी प्रतिभा और कार्यक्षमता को बाधित करती है। यह स्थिति अच्छे करियर के लिए अनुकूल नहीं है। इसलिए इस स्वभाव पर कार्यक्षेत्र में भी नियंत्रण रखने का प्रयास करें।

व्यक्तिगत उपचारात्मक समाधान

मुख्य समाधान: आपका सर्वश्रेष्ठ अनुकूल रत्न

सफेद पुखराज (White Sapphire) धारण करने के बाद आप अपने कार्य या परिस्थितियों से सामान्य रूप से संतुष्ट और प्रसन्न महसूस करेंगे। मन में संतोष की भावना बनी रहेगी। यह रत्न धन संबंधी मामलों और सभी भौतिक सुख–सुविधाओं के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। आप अपने सभी कार्य पूरे कर पाएंगे और सोच-समझकर निर्णय ले सकेंगे। आपको अपने परिवार का सहयोग मिलेगा और आपके जीवन में महिलाओं का योगदान आपकी सफलता में महत्वपूर्ण रहेगा। एक मानक और सशक्त सफेद टोपाज़ (White Topaz) आपके पेशेवर एवं व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक वृद्धि ला सकता है। आप अपने करियर में प्रगति कर पाएंगे तथा नियोक्ता या शीर्ष अधिकारियों द्वारा आपकी पहचान भी बढ़ेगी।

कृपया ध्यान दें: सीमित समय के लिए हम सुंदरता से डिज़ाइन की गई पंचधातु अंगूठी बिल्कुल नि:शुल्क प्रदान कर रहे हैं! अर्थात अब आपको केवल रत्न का मूल्य देना होगा!

रत्नों का ऊर्जा-संस्कार

यह जानना महत्वपूर्ण है कि कोई भी रत्न तब तक प्रभावी नहीं होता जब तक उसका सही तरीके से ऊर्जा-संस्कार न किया जाए। रत्न को धारण करने से पहले शुद्ध किया जाना और सभी अपवित्रताओं से मुक्त किया जाना आवश्यक है।

लेकिन आपको इस प्रक्रिया या अनुष्ठानों की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि GaneshaSpeaks.com में हमने वेदों और ज्योतिष शास्त्रों की गहन समझ के आधार पर एक पारंपरिक एवं प्रामाणिक ऊर्जा-संस्कार विधि विकसित की है। इसलिए, जो रत्न आप मँगवाएँगे, वह पूरी तरह से पहनने के लिए तैयार होगा!

आपके लिए व्यक्तिगत पूजा

हम आपको शनि पूजा सेवा (Shani Puja Service) करवाने की भी सलाह देते हैं, जो आपकी कुंडली में शनि ग्रह की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

परिचय

शनि ग्रह जीवन के दीर्घकालिक मूल्यों से जुड़े गुणों और क्षमताओं का द्योतक है। जिम्मेदारियाँ, प्रतिबद्धता, दुःख से निपटने की क्षमता, स्थिरता और दीर्घायु - ये सभी शनि द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। यह एक ऐसे शिक्षक की भूमिका भी निभाता है, जो अपने गोचर, विशेष रूप से साढ़ेसाती या ढैया के दौरान आपको जीवन के महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है। जन्म कुंडली में मजबूत शनि सफलता, पराक्रम, शत्रुओं पर विजय, यश, स्थिरता और कई शुभ परिणाम प्रदान करता है। लेकिन यदि शनि प्रतिकूल स्थिति में हो, तो पिछले कर्मों के आधार पर दुःख, गरीबी, दुर्भाग्य, हानि, दंड और अन्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

यह कैसे काम करता है?

शनि पूजा (Shani Puja) षोडशोपचार विधि से की जाती है, जिसमें पारंपरिक शनि मंत्र का 23,000 बार जप किया जाता है। पूजा में होम (हवन) भी शामिल होता है, जिसमें घी, तिल, जौ और शनि से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री को अग्नि में 2,300 शांति मंत्रों के साथ अर्पित किया जाता है। यज्ञ जन्मपत्रिका में ग्रहों के दुष्प्रभावों को दूर करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है।

अधिकतम सकारात्मक परिणामों के लिए, यह पूजा सबसे निकटतम शुभ मुहूर्त - जैसे शनिवार या शनि नक्षत्र के दिन - की जाती है। पूजा को इस शुभ समय में पूर्ण करने हेतु GaneshaSpeaks द्वारा 6 पुरोहितों की टीम नियुक्त की जाएगी, जिसका नेतृत्व एक आचार्य करेंगे। सभी पुरोहित वेद-विधानों के विद्वान हैं।

इस पूजा के लाभ

  • शनि साढ़ेसाती या ढैया (पनोती) के प्रभावों में कमी
  • शनि के कारण होने वाली कठिनाइयों और दुर्भाग्यों में कमी
  • मेहनत के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होना
  • लंबे समय से चली आ रही स्वास्थ्य समस्याओं से राहत
  • कुंडली में शनि के शुभ प्रभावों में वृद्धि
  • मानसिक शांति और नकारात्मक विचारों से मुक्ति
  • व्यवसाय में सफलता
  • जीवन में यश, प्रतिष्ठा, समृद्धि और धन की प्राप्ति

हमारे समाधान विशेषज्ञ आपकी भविष्यवाणियों या उपायों से संबंधित किसी भी शंका या चिंता को स्पष्ट करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।



गणेश जी की कृपा से,

आपके व्यक्तिगत ज्योतिषी

देवदत्त
जन्म विवरण
लिंग पुरुष अक्षांश 18N55
जन्म तिथि 01 जनवरी 1995 देशांतर 77E30
जन्म दिन मंगलवार लग्न वृषभ-3:25:0
जन्म समय 18:55 hrs अयनांश 23:38:29
जन्म स्थान नांदेड़ चंद्र राशि मकर
देश भारत जन्म नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
समय क्षेत्र 0530 hrs नक्षत्र पाद 2
अवखड़ा चक्र (आपका जन्म पंचांग)
विवरण: यहाँ दिखाया गया तालिका आपकी चंद्र स्थिति से प्राप्त विभिन्न ज्योतिषीय तत्वों का विवरण प्रस्तुत करती है। यह तालिका वैदिक ज्योतिष में अत्यंत उपयोगी मानी जाती है, क्योंकि यह आपकी व्यक्तिगत जानकारी दर्शाती है। इससे जातक अन्य लोगों के साथ संगति/संगतता ज्ञात कर सकता है।
Birth Yog Dhruti Birth Vasya Chatushpad
Birth Karan Vanij Birth Yoni Nakul
Birth Varga Mushak Birth Gana Manushya
Birth Varna Vaishya Birth Yunja Antya
Birth Tatva Bhumi Birth Nadi Antya
घात चक्र
विवरण: जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है - घात का अर्थ होता है अशुभ या हानिकारक। यह तालिका आपके व्यक्तिगत जन्म पंचांग के अशुभ पक्षों को दर्शाती है, जिनमें आपको विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। साथ ही, सुझाए गए दिन, तिथि, मास, नक्षत्र आदि को किसी नए या शुभ कार्य के आरंभ में टालना चाहिए।
Month Vaishakha Tithi Shuklasaptami
Day Tuesday Nakshatra Rohini
Yog Vaidhruti Karan Shakuni
Prahar Forth MaleMoon Leo
FemaleMoon Scorpio
लग्न कुंडली
Lagna Kundali
निरयन ग्रह
Grah Rashi-Ansh Nakshatra-Pad Ra Swa Na Swa Awastha
Lagna Taurus- 3:25:0 Krutika -3 Venus Sun Mruta
Sun Nicchano Libra- 13:40:03 Swati -3 Venus Rahu Yuva
Moon Capricorn- 02:11:10 Uttarashadha -2 Saturn Sun Mruta
Mars Sagittarius- 24:22:06 Purvashadha -4 Jupiter Venus Mruta
Mercury Libra- 25:57:56-C Vishakha -2 Venus Jupiter Mruta
Jupiter Sagittarius- 14:57:06 Purvashadha -1 Jupiter Venus Yuva
Venus Scorpio- 18:54:19 Jyestha -1 Mars Mercury Kumar
Saturn Ucchano Libra- 24:01:25-C Vishakha -2 Venus Jupiter Mruta
Rahu Taurus- 04:49:11 Krutika -3 Venus Sun Mruta
Ketu Scorpio- 04:49:11 Anuradha -1 Mars Saturn Mruta
Harshal Scorpio- 18:02:11 Jyestha -1 Mars Mercury Kumar
Neptune Sagittarius- 05:42:04 Mool -2 Jupiter Ketu Balya
Pluto Libra- 08:38:38-C Swati -1 Venus Rahu Kumar

चंद्र कुंडली

Moon Chart

नवमांश

Navamsha Chart
अष्टकवर्ग कुंडली
Ashtakavarga Kundli
विंशोत्तरी महादशा और अंतर्दशाएं

Sun (6y) Age -2

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Sun 10 May 1982 28 Aug 1982
Moon 28 Aug 1982 27 Feb 1983
Mars 27 Feb 1983 05 Jul 1983
Rahu 05 Jul 1983 28 May 1984
Jupiter 28 May 1984 16 Mar 1985
Saturn 16 Mar 1985 26 Feb 1986
Mercury 26 Feb 1986 02 Jan 1987
Ketu 02 Jan 1987 10 May 1987
Venus 10 May 1987 09 May 1988

Moon (10y) Age 3

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Moon 09 May 1988 09 Mar 1989
Mars 09 Mar 1989 08 Oct 1989
Rahu 08 Oct 1989 08 Apr 1991
Jupiter 08 Apr 1991 06 Aug 1992
Saturn 06 Aug 1992 07 Mar 1994
Mercury 07 Mar 1994 06 Aug 1995
Ketu 06 Aug 1995 06 Mar 1996
Venus 06 Mar 1996 04 Nov 1997
Sun 04 Nov 1997 06 May 1998

Mars (7y) Age 13

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Mars 06 May 1998 02 Oct 1998
Rahu 02 Oct 1998 20 Oct 1999
Jupiter 20 Oct 1999 25 Sep 2000
Saturn 25 Sep 2000 03 Nov 2001
Mercury 03 Nov 2001 31 Oct 2002
Ketu 31 Oct 2002 29 Mar 2003
Venus 29 Mar 2003 28 May 2004
Sun 28 May 2004 03 Oct 2004
Moon 03 Oct 2004 04 May 2005

Rahu (18y) Age 20

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Rahu 04 May 2005 13 Jan 2008
Jupiter 13 Jan 2008 06 Jun 2010
Saturn 06 Jun 2010 10 Apr 2013
Mercury 10 Apr 2013 27 Oct 2015
Ketu 27 Oct 2015 13 Nov 2016
Venus 13 Nov 2016 12 Nov 2019
Sun 12 Nov 2019 05 Oct 2020
Moon 05 Oct 2020 05 Apr 2022
Mars 05 Apr 2022 23 Apr 2023

Jupiter (16y) Age 38

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Jupiter 23 Apr 2023 09 Jun 2025
Saturn 09 Jun 2025 20 Dec 2027
Mercury 20 Dec 2027 26 Mar 2030
Ketu 26 Mar 2030 02 Mar 2031
Venus 02 Mar 2031 29 Oct 2033
Sun 29 Oct 2033 17 Aug 2034
Moon 17 Aug 2034 16 Dec 2035
Mars 16 Dec 2035 21 Nov 2036
Rahu 21 Nov 2036 15 Apr 2039

Saturn (19y) Age 54

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Saturn 15 Apr 2039 16 Apr 2042
Mercury 16 Apr 2042 22 Dec 2044
Ketu 22 Dec 2044 30 Jan 2046
Venus 30 Jan 2046 30 Mar 2049
Sun 30 Mar 2049 12 Mar 2050
Moon 12 Mar 2050 11 Oct 2051
Mars 11 Oct 2051 18 Nov 2052
Rahu 18 Nov 2052 23 Sep 2055
Jupiter 23 Sep 2055 04 Apr 2058

Mercury (17y) Age 73

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Mercury 04 Apr 2058 29 Aug 2060
Ketu 29 Aug 2060 26 Aug 2061
Venus 26 Aug 2061 24 Jun 2064
Sun 24 Jun 2064 30 Apr 2065
Moon 30 Apr 2065 29 Sep 2066
Mars 29 Sep 2066 26 Sep 2067
Rahu 26 Sep 2067 13 Apr 2070
Jupiter 13 Apr 2070 18 Jul 2072
Saturn 18 Jul 2072 26 Mar 2075

Ketu (7y) Age 90

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Ketu 26 Mar 2075 22 Aug 2075
Venus 22 Aug 2075 21 Oct 2076
Sun 21 Oct 2076 26 Feb 2077
Moon 26 Feb 2077 27 Sep 2077
Mars 27 Sep 2077 23 Feb 2078
Rahu 23 Feb 2078 13 Mar 2079
Jupiter 13 Mar 2079 17 Feb 2080
Saturn 17 Feb 2080 27 Mar 2081
Mercury 27 Mar 2081 24 Mar 2082

Venus (20y) Age 97

  • Antar
  • Begining
  • Ending
Venus 24 Mar 2082 21 Jul 2085
Sun 21 Jul 2085 21 Jul 2086
Moon 21 Jul 2086 20 Mar 2088
Mars 20 Mar 2088 20 May 2089
Rahu 20 May 2089 18 May 2092
Jupiter 18 May 2092 15 Jan 2095
Saturn 15 Jan 2095 15 Mar 2098
Mercury 15 Mar 2098 12 Jan 2101
Ketu 12 Jan 2101 14 Mar 2102